गोपाल जी भारत के सबसे युवा वैज्ञानिक बिहार के रहने वाले हैं, जिन्होंने अपने अविष्कार से पूरी दुनिया को चौका दिया है।

कौन हैं गोपाल जी :-

गोपाल जी जो भारत के सबसे युवा साइंटिस्ट हैं । जिन्हें 2017 में PMO के द्वारा सबसे युवा साइंटिस्ट होने का खिताब प्राप्त हुआ है । सच्चे ताजूब की बात यह है कि गोपाल जी बिहार राज्य से आते हैं, बिहार वहीं राज्य है जिसे पूरे देश में एक अलग नजरिए से अर्थात कम साक्षरता एवं सुविधा विहीन राज्य के रूप में देखा जाता है । ऐसे में इस राज्य से भारत के सबसे युवा साइंटिस्ट का नाम आना कोई छोटी बात नहीं है । इस प्रकार हम कह सकते हैं कि गोपाल जी महान एवं प्रतिभा के धनी बिहारी युवा है । गोपाल जी का जन्म बिहार राज्य के भागलपुर जिले के ध्रुवगंगा गांव में हुआ था  । गांव बिहार की राजधानी पटना से 223 किलोमीटर दूर पड़ता है ।

 गोपाल जी के पिता का नाम प्रेमरंजन कुंवार है । गोपाल जी ने अपनी शुरुआती शिक्षा अपने गांव तथा जिले से प्राप्त किया । गोपाल जी बताते हैं कि 2008 ईस्वी में उनके गांव में भीषण बाढ़ आया  पूरा गांव  बह गया । गोपाल जी के पिता के पास गोपाल जी को पढ़ाने के लिए कुछ नहीं बचे थे अर्थात उनका परिवार आर्थिक रूप से बहुत कमजोर पड़ गया, लेकिन फिर भी गोपाल जी ने हिम्मत नहीं हारी और अपना पढ़ाई जैसे- तैसे जारी रखा  । 2014 में गोपाल जी ने अपना दसवीं की परीक्षा पास की, जिसके बाद गोपाल जी के पिता ने आगे की पढ़ाई के लिए अब गोपाल जी को पैसे ना देने की असमर्थता जताई क्योंकि परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था लेकिन फिर भी गोपाल जी ने हार नहीं मानी और पढ़ाई जारी रखा ।

 गोपाल जी की उपलब्धियां एवं  उनके इनोवेशनस:-

 आगे चलकर गोपाल जी ने वायो सेल का आविष्कार किया अर्थात जिसे हाइड्रो इलेक्ट्रिक बायोसेल कहा जाता है। जिसमें गोपाल जी ने केले के थम से ऊर्जा उत्पन्न करने की सिद्धांत  की खोज की । इस अविष्कार ने पूरे भारत में प्रतिभा का   परचम लहरा दिया  । इस एनोवेशन के लिए सरकार से भी उन्हें सराहना प्राप्त हुई । गोपाल जी इतना पर ही नहीं रुके और आगे चलकर उन्होंने गोपोनियम एलॉय का आविष्कार किया, इस अविष्कार ने पूरे दुनिया को हिला कर रख दिया । गोपोनियम एलॉय एक ऐसा तत्व था जिसे सूर्य पर ले जाने पर भी नहीं  पिघलता है । आसान भाषा में कहें तो पृथ्वी पर अभी तक जितने भी तत्वों का आविष्कार हुआ है  उनका अधिकतम तापमान 6000 डिग्री है अर्थात इतने पर सभी तत्व  पिघल जाते हैं, लेकिन गोपोनियम एलॉय एक ऐसा तत्व है जिसे 25000 डिग्री सेल्सियस पर भी गर्म करेंगे तो नहीं  पिघलेगा। 

NASA के ऑफर को भी क्यों ठुकरा दिया :-

इसके बाद NASA ने उन्हें अपने यहां काम करने के लिए ऑफर दिया लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया क्योंकि उन्होंने मन में ठाना है कि उन्हें अपने देश, अपनी जन्म भूमि के लिए काम करना है |पैसे के लिए नहीं ऐसे NASA के 3 बार ओ ऑफर को ठुकरा चुके हैं। 

इस अविष्कार के बाद सरकार ने गोपाल जी को सम्मानित किया और भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें एन आई एम अहमदाबाद में आगे इनोवेशन के लिए भेज दिया जिसमें उन्हें 10 साइंटिस्टओं का हेड बनाया गया। इतना ही नहीं अबूधाबी में 30 जनवरी से 8 फरवरी 2020 के बीच होने वाले साइंस फेयर सम्मेलन में गोपाल जी को  मुख्य अतिथि के रुप में आमंत्रित किया गया। अहमदाबाद में गोपाल जी ने कुल 6 इनोवेशन किए। अभी तक गोपाल जी ने कुल 10 इनोवेशन कर चुके हैं और आगे जारी है। तो आपको बिहार के इस वीर सपूत और बिहार की धरती का महान पुत्र गोपाल जी का कहानी कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताइएगा ।
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