"अवकाश" (Leisure) पर निबंध | छुट्टी पर निबंध

वह समय जब हम कार्य से मुक्त रहते हैं 'अवकाश' कहलाता है । लेकिन, आज यह सपना की बात हो गई है । एक समय था जब आदमी के पास अवकाश होता था। आज का जीवन इतना व्यस्त हो गया है कि कोई भी अवकाश का आनन्द नहीं ले सकता । आदमी मशीन बन गया है । आज जीवन का पूरी तरह मशीनीकरण हो गया है । लेकिन हमें नहीं भूलना चाहिए कि मानव मशीन नहीं है । हमारे जीवन में अवकाश एवं मनोरंजन की आवश्यकता होती है । अवकाश- रहित जीवन का कोई मूल्य नहीं । मानव-जीवन में अवकाश महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करता है । यह उतना ही जरूरी है जितना कार्य । नि:संदेह, इस दुनिया में अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए हमें कार्य करना है । 

लेकिन यह भी सत्य है कि हमारी ऊर्जा सीमित | लम्बे समय तक कार्य करना हमें थका देता है । थकावट से उबरने के लिए हमें अवकाश की आवश्यकता होती है । अवकाश ही हमें पुनः शारीरिक एवं मानसिक शक्ति प्राप्त करने के योग्य बनाता
है। शरीर एवं मन को ताजगी देने के लिए इसकी जरूरत होती है । हमें इसके महत्त्व को नहीं भूलना चाहिए । यह जीवन के लिए मूल्यवान । यह जीवन को नई शक्ति देता है । यदि हम अवकाश का आनन्द न लें, तो जीवन नीरस एवं बेकार हो जायेगा । अवकाश का उपयोग कलात्मक ढंग से होना चाहिए । अधिकांश लोग यह नहीं जानते कि अवकाश कैसे बिताया जाए । वे लोग इसे व्यर्थ के गप में गँवा देते हैं । ऐसा करके वे गलती करते हैं । सच तो यह है कि अवकाश एक महत्त्वपूर्ण अवधि है। इसका उपयोग सही तरीके से होना चाहिए । 

इसका उपयोग सर्जनात्मक कार्यों; जैसे-चित्रकारी, संगीत, बागवानी, पढ़ना और टहलना इत्यादि में होना चाहिए । अवकाश के समय हम कोई 'खेल' खेल सकते हैं । अवकाश के समय हम प्रकृति के सौंदर्य का अवलोकर कर सकते हैं । अवकाश के समय हम मनपसन्द पुस्तकों को पढ़ सकते हैं अन्ततः अवकाश जीवन के लिए आवश्यक है। इसका उपयोग बुद्धिपूर्वक करना चाहिए । यदि हम इसका उपयोग सही तरीके से करें, तो हमारा जीवन सुन्दर एवं आकर्षक होगा।
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